Sunday, 10 May 2020

MAGIC ................जादू .. ..............(Twin Flame ka pyar ) पहला अध्याय


जादू ... प्यार ( पहला दिन )

मेरा नाम है   .XYZ

मुझे कोई नाम नहीं दिया गया है  ... आप मुझे "X"  बुला सकते हैं _यदि आप मुझे नहीं जानते ,
अगर आप मुझे जानना चाहते चाहते है तो   "गाइड  " कह  सकते हैं ,  और आप मुझसे परेशान हैं तो मुझे Z बुला सकते हैं

इस ब्लॉग  को पढ़ने से पहले, मैं आपको यह पूछना चाहता हूं ... कि आप इस ब्लॉग को पढ़ना क्यों चाहते हैं

१  आपको कुछ पड़ना है
२ आपको कुछ अच्छा पड़ना है
३. आपको  किसी ने लिंक भेजा है जो आपको  प्यार करता है

क्या आप अभी भी पढ़ रहे हैं, तो मैं आपसे  एक बात पूछुगा , अगर आप वास्तव में इस ब्लॉग  के जादू का आनंद लेना चाहते हैं, तो अपनी आखें बंद करें और कुछ मांगे। ...... अरे रुको अपने लिए नहीं... मेरे लिए मागो

हा हा हा

मैंआपसे मजाक कर रहा हूँ , ... आप अपनी आखँ बंद करें ..और अपने आपसे कहें . आप मेरे साथ एक यात्रा करना चाहते हैं।।।


पहला दिन

आज का दिन हर दिन की तरह है


आज एक प्यारा दिन है ... मुझे आप बताएं आप केसा महसूस कर रहे हैं ... शायद आप  दुःखी हैं या आप प्रसन्न हैं ..कुछ भी . मुझे पता है ये एक ख़राब सवाल है
मेरा यकींन करें मैं आपको तंग नहीं करना चाहता हूँ , मैं सिर्फ आपको यह कहना चाहता हूँ कि आप जैसा भी महसूस कर रहे है। ..रुक जाएं। ..अपने विचारों को अपने दिमाग से बाहर फ़ेंक दें

अब आप मेरे साथ हैं ,क्या अब आप मुझे अपना दोस्त मानते हैं.. हां। .. लेकिन आप मुझे अपने और दोस्तों की तरह ,अपने पेरेंट्स की तरह या आपके और दोस्त जिन्हे आप प्यार करते हैं , उनकी तरह व्यव्हार  ना दें .  ..मैं एक ब्लॉग हूँ , लेकिन मेरे अंदर फीलिंग है। .आपको पता है इस ब्लॉग को बनाने मैं.. कितनी मेहनत  लगती है।

तो आप मुझे सिर्फ़ एक ब्लॉग की तरह व्यवहार नहीं करेंगे। .अब में आपका दोस्त हूँ। .शायद आप मुझे पसंद ना करते हों , क्योंकि आप मुझे जानते नहीं या आप मेरे इस तरीके को पसंद नहीं कर रहे

लेकिन क्या आप इतने विचारो को बंद कर सकते हैं

मह्सूस करें आप एक छोटे बच्चे हैं जो एक स्टोरी सुन रहा है। .जो स्टोरी मैं। महल. परियों की कल्पना,ईविल। .मैजिक जादू को महसूस करता है। ....देखता है

अब महसूस करे आपकी उम्र ५ साल है , आप मेरे दोस्त है.अगर आप एक लड़की है महसूस करे मैं एक लड़का हूँ और अगर आप एक लड़का हैं तो मुझे एक लड़की की तरह माने

शायद अब मेरा नाम x  नहीं रहा , में अब आपका दोस्त हूँ। आपका  .मित्र , मैं आपकी मदद करता हूँ मेरा नाम गाइड है
और में मित्र हूँ उस पड़ने वाले का जो एक लड़की है या लड़का। .अगर आप सहमत हैं तो हां बोले।अगर नहीं तो मना करें , मैं इससे सहमत नहीं हूँ , और अगर आप जवाब नहीं दे पा रहे तो आप इस ब्लॉग को सिर्फ पड़  रहे हैं आप जादू को महसूस नहीं करना चाहते
अरे अगर आप सहमत हैं तो अपने निर्णाय से चिपक कर रहें , उसे पकड़ कर रखें। अब मुझे आप वादा करो की आप मुझे छोडोगे नहीं। .इस पेज को  सेव करके रखोगे और आप मुझे सिर्फ उसे शेयर करोगे जिससे आप प्यार करते हों। .और मुझे आप एक सुुरकछीत रखोगे . जिससे आप मेरे साथ समय  समय पर बात कर सको
चलो मैं तुम्हें अपनी कहानी सुनाता हूँ... जादू

एक नदी थी , जिसमे एक मछली रहती थी ,,उस नदी का पानी बिलकुल स्वच्छ ,आप उस नदी के अंदर पड़े पथर.. आदि आराम से देख सकते हैं। .पानी धीरे धीरे से बह रहा है। थोड़ा गरम है.. हल्की सी गर्मीं है वातावण मैं। .पास ही एक पेड़ है जिसके पते कागज की नाव की तरह तैरते हैं इसके पानी मैं। पते भूरे है बड़े है।  छोटे जीव इनके साथ खेलते हैं.. और इनके गीला होने पे इन्हे खा लेते है , नदी इस तरह की बहुत सारी पतियों को आपने उप्पर धारण करे हुए है , छोटी मछली पेड़ को धन्यवाद करती है इन पत्तियों का.. जिससे उसका भोजन चल रहा है , एक सुरक्षा और एक खिलौना खेलने के लिए। .... मछली अपने जीवन को बदलना चाहती है और वो अब  पेेेढ़ जो नदी से बहार खड़ा है सांत से ऊंचा और सुन्दर ,,वृद्ध होता मगर बड़ा होता हुआ और मजबूत होता हुआ ,,लेकिन पेड़ परेशान है. वो अब चलना चाहता है। तैरना चाहता है।
कोई भी अपने वर्तमान से  खुश नहीं है ,,कुछ ना कुुुछ चाहत रह ही जाती है

वृक्ष तुम चलते क्यों नहीं
क्या रह जाओगे वहीँ ख़ड़े
जहा उपजे वही पर धरे
चलो वृछ चलते क्यों नहीं

अरे नहीं मैं तुम्हे कुछ शिखाना नहीं चाहता। .ये तो एक कहानी है , ये विचार तो ऐसे ही मेरे मस्तिस्क मैं आ गए। .चलो एक गेम खेलते हैं। .छुपम छुपाई। . या आप मेरे साथ नाचना चाहते हों
चलो नाचते   हैं। .मेरा  हाथ पकड़ो और महसूस करो आप पहाड़ो मैं हैे  , हवा मैं बर्फ गिर रही है और आप मेरे साथ नाच रहे हैं। .अकेले। .. अब आप हल्का महसूस कर रहे हैं। .अरे आप अकेले नहीं है मैं आपके साथ  हूँ। .अब मुझे वादा करो जब भी आप इस ब्लॉग को पड़ोगे या देखोगे तो इस हलकेपान को याद रखोगे
मुझे हर जगह अपने साथ लेकर जाओगे. अपने मोबईल मैं। .लैपटॉप मैं विचारों मैं।

क्या मैं तुम्हारा नाम रख सकता हूँ जिससे की ये पता चल सके की तुम कब बोल रहे हो और मैं कब
मैं तुम्हारा नाम पंख रखता हूँ

अरे मैं पागल हूँ तो आप भी मेरे साथ पागल बन जाओ। .जैसे जैसे आप मुझे पड़ रहे हों। .महसूस करना सीखो। .. उसे महसूस करना जिसे आप महसूस करना चाहते हैं... जो आप  चाहते हैं उसे नहीं जो आप नहीं चाहते... कुछ समझे मेरे दोस्त। ...अरे बूधू। .. यही तो जादू है। जो चाहिए उसे महसूस करना सीखो। .इस ब्लॉग को सिर्फ पड़ना नहीं है। .. अरे मैं कोई बेवकूफी वाले विचार नहीं दे रहा। आप मुझसे परेशान हो रही हैं , ये कैसा ब्लॉग हैं दिमाग खा रहा है। कंफ्यूज कर रहा है। .कभी कहता है नाचूँ कभी कहता है दोस्त हूँ पागल बना रहा है अरे ब्लॉग से मैं कैसे दोस्ती कर सकता हूँ।  केरे मैं ये महसूस  की मैं नाच रहा हूँ। एक ब्लॉग की तरह से रहो मुझे तो ये भी नहीं समझ आता केसे मेरे बड़े अपने धर्मों कोई किताबो को इतना आदर दे पाते हैं , सिर्फ कागज के  पन्ने ही तो हैैं, अब  समझा तुम भी मुझे ऐसा ही कोई आईडिया समझाना चाहते हों , जो जादू तूम मझे शिखाना चाहते हो.. तुम उस भगवान के बारे मैं बताना चाहते हो. भगवान जिसे किसी ने नही देखा , और जिसने देखो वो खुदको भगवान साबित करने मैं लग जाता है। .और ऐसी बाते करने लग जाता है जिन्हे मानना मुश्किल होता है। .इस आधुनिके संसार मैं जहाँ गूगल है  आई  पैड है

अरे पंख मुझे पता है ,मैं तुम्हे एक छोटा बच्चा बनने के लिए बोल रहा हूँ इतना मत सोचो इतने सवाल मत लाओ
मुझे उन विचारों  से अवगत मत कराओ जो तुमने स्कूल मैं  सीखे  हैँ ,

मैंने भी किताबें पड़ी है. मुझे भी मनोचिकित्सा  आती है ,सब एक ही बात बोलते हैं कोई एक विचार जो आपको न पता हो. और फिर उसे मानो और फिर उसे अपने जीवन मैं अपनाओ.. जो की सभव नहीं है.. और इन पब्लिशर को पैसे दो किताब के। ..खुद भी बेवकूफ बनो फिर औरो को बोलो की मैने पड़ी थी अछी है मेरा तो कोई भला नहीं हुआ शायद तेरा हो जाय और ये रिश्ते ,ये दोस्त मैं सबको जानता हूँ
मैं लड़कियों  को जानता हूँ या मैं इन लड़को को जानती हूँ सब के सब ...... रुक जाओ पखं। .

नहीं गाइड। कह लेने दो आज इतने सालो में बाद तो कोई मिला है.. जिसको मैं अपनी भड़ास जाहिर कर पाऊँ। .कोई भी लेखक बन जाता है और ऐसे ऐसे वविचार सुना जाता है की दिमाग ही ख़राब हो जाता है लेकिन असल जिंदगी मैं उनका कोई स्थान नहीं होता... लोग सिर्फ चूना लगा रहें हैं। .अपना उल्लू सीधा कर रहे हैं ,मतलबी, धोकेबाज

पंख मुझे पता है तुम्हारी जिंदगी एक संघर्ष  रही है लेकिन अगर तुम मेरे साथ हो तो तुम्हे एक बच्चा बनना पड़ेगा
और अगर तुम इस जादू को सीखना चाहते हो तो मेरे साथ चलते रहो
क्या तुम उस जाादू को देखना चाहते हो
हाँ

लो आओ और इसे पकड़ो.... अरे बाबा ये मोरपंख है

यही है प्यार का चिन्ह
जाादू का सूचक
इसे महसूस करो
अरे कृष्णा को नहीं जानते... ये उनके साथ रहता हैं। .प्यार का प्रतीक
ज्ञान का प्रतीक ..जादू का प्रतीक

पंख तुम अब थक गए होंगे अब सो जाओ। ....




अगर आप आगे पड़ना चााहते हैं तो कमेंंट 
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